आहवा में महाराष्ट्र के श्री दादू महाराज के सानिध्य में कान बाई माता का विवाह महोत्सव मनाया गया।

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आहवा में महाराष्ट्र के श्री दादू महाराज के सानिध्य में कान बाई माता का विवाह महोत्सव मनाया गया।

डांग (गुजरात) : दिनांक : १८ नवंबर २०२४ : कहा जाता है की कानबाई माता उत्सव श्रावण माह के पहले रविवार को मनाया जाता है। पर इस उत्सव के लिए कोई तिथि नहीं मनाई जाती है। लेकिन हिंदू समाज में इस त्योहार का माहौल दिवाली जैसा होता है कानबाई का अर्थ भगवान श्रीकृष्ण प्रिय सखी राधा जी होता है ऐसी लोक वायका बोली जाती है। और कानबाई  को माँ के रूप में पूजा जाता है। कान बाई माता जिनके घर पर विराजती हैं। उनके दर्शन कर हर भावी भक्त स्वयं को धन्य महसूस करता है।

और कई भाविक भक्तों ने  माताजी के वास्तविक स्वरूप का भी अनुभव किया है। जहां पीछले दो तीन दीन से गुजरात के डांग जिले का आहवा नगर में भी महाराष्ट्र के अमलनेर गांव के दादू महाराज ने वजते गजते माता कानबाई की धार्मिक पूजा समारोह और विवाह समारोह और पूजा आरती की।
बाद में ग्रामीणों के लिए महाप्रसाद का भी आयोजन किया गया।
दो-तीन दिनों तक चल रहा इस धार्मिक कार्यक्रमों में सभी रीति-रिवाज और हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। आज कानबाई माता उत्सव में डीजे की धुन और संगीत पर जुलूस निकाला था। तब आज श्री दादू महाराज ने बताया कि माताजी की कृपा गांव और सभी भावी भक्तों पर सदैव बनी रहे। और माताजी से कष्ट दूर करने की प्रार्थना की। आहवा नगर सहित पूरे महाराष्ट्र और गुजरात से श्रद्धालु शोभा यात्रा में शामिल हुए थे।

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