डांग जिले के वांगन गांव में आतंक मचाने वाला तेंदुए पिंजरे में कैद हुआ।

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डांग जिले के वांगन गांव में आतंक मचाने वाला तेंदुए पिंजरे में कैद हुआ।

डांग (गुजरात) : दिनांक: ३० नवंबर २०२४ : प्राप्त विवरण के अनुसार डांग जिले के वांगन गांव में पिछले एक सप्ताह से तेंदुए का आतंक था। जो हर रोज शिकार के शोध में गांव में आकर कहीं ना कहीं आतंक मचा देता था। जिसे गांव के लोगों में इस तेंदुए के डर से भय का माहोल बन गया था। जहां स्थानीय वन क्षेत्र के अफसरों के ईस बारे में जानकारी दी गई थी। वन विभाग की सतर्कता से वन विभाग ने ये तेंदुए को पंजरे में कैद करने के लिए पिंजरा रखा था।जो आज रात पिंजरे में तेंदुए आबाद कैद कर लिया गया है। जहां गांव के स्थानीय लोगों ने राहत की सांस महेसुश की है। और वन विभाग के अफसरों का भी आभार व्यक्त किया है।  दुसरी और जहा पीछले साल इसी जिले के डांग जिले नडग खादी गांव में एक मानव भक्सी तेंदुए ने एक पुरुष के जान ली थी। जहां तेंदुए के हमले में मृत इसम के अंतिम संस्कार यात्रा में डांग कलेक्टर महेश पटेल ने भी सूचक हाजरी दी थीं और उन के परिवारों को इन समय में आया हुआ दुःख की घड़ी में दुःख सहने की सांतवना दी थीं। और तब कुल चार तेंदुए को फॉरेस्ट टिम ने पिंजरे में कैद किया था। जो वहा भी हाल दो तीन दीन से फिर से रात को गांव के नजदीक आकर दो दो तेंदुए की आवाज़ जोर सौर से सुनाई दी रही है। ऐसी भी सुगबुगाहट सुनाई दे रही है और यहां भी गांव के लोगों में भय का माहोल बना रहा है। इसी जानकारी जान ने में मिली है। तब इन नडगखादी गांव के लोगों में भी तेंदुए को जल्द पिंजरे में कैद कर लिया जाए ऐसी मांग उठ रही है। जिसे आने वाले समय में कोई अघटित घटना न बने।

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