बारिश के बाद डांग की जिंदगी फिर से धड़कने लगी

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बारिश के बाद डांग की जिंदगी फिर से धड़कने लगी।


प्रभावितों को सहायता राशि देकर सड़कें खोली गईं।
विद्युत लाइनों की क्षति को ठीक करने के साथ ही जगह-जगह दवा का छिड़काव कराया गया।

डांग (गुजरात) : दिनांक: २९ अगस्त २०२४ : डांग सूचना ब्यूरो से मिली जानकारी मुताबिक़ पिछले सप्ताह राज्य के बाकी हिस्सों की तरह डांग जिले में भी भारी बारिश हुई। तब जिला आपदा टीम से प्राप्त विवरण के अनुसार, पिछले 23 से 27 अगस्त 2024 के दौरान, डांग जिले में औसतन 531 मिमी बारिश हुई, जिले के अंबिका,गिरा,खापरी और पूर्णा नदियों में भारी बारिश के कारण बाढ़ का रूप रौद्र हुआ था। जिसका कारण यहां के जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था। तब अभी पिछले दो दिनों से जिले में बारिश रुकी हुई है, जिले का जन जीवन पटरी पर है। और यातायात भी फिर से जनजीवन व्यवस्थित्त हो गया है।
       डांग जिला कलेक्टर महेश पटेल के नेतृत्व में, जिला प्रशासन के सभी संबंधित विभागों ने बारिश की आपदा के बीच लोगों के साथ खड़े होने का दृष्टिकोण अपनाते हुए। आपसी समन्वय और सहयोग के साथ बचाव और राहत अभियान चलाया। जिसमें जिले के प्रभारी मंत्री कुँवरजीभाई हलपति, विधायक विजयभाई पटेल एवं जन प्रतिनिधियों ने भी व्यवस्था का मार्गदर्शन किया।
        सभी के संयुक्त प्रयासों से डांग जिले के प्रशासन ने इस आपदा के दौरान जिले में आठ (8) मानव मृत्यु की दुखद घटना में अत्यंत संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाते हुए तत्काल कार्रवाई की और मृतकों के परिवारों को सहायता प्रदान की। इस बीच, इस लेखन के समय, 8 मामलों में से पांच मामले में रु.4 लाख के हिसाब से कुल मिलाकर  मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। जबकि अन्य 3 मामलों की कागजी कार्रवाई चल रही है.
    इसके अलावा जिले में दर्ज 14 पशु मृत्यु मामलों में पशु मालिकों को कुल 2 लाख 96 हजार 800 रुपये की सहायता राशि का भुगतान किया गया है। तो एक  झोपड़ी के नुकसान पर 8 हजार रुपये,12 कच्चे मकानों के आंशिक नुकसान पर कुल 52 हजार रुपये, पूर्ण नुकसान के 4 मामलों में 4 लाख 85 हजार रुपये, आंशिक नुकसान के 7 मामलों में 45 हजार 500 रुपये सहित पक्के मकानों के नुकसान पर  आर्थिक सहायता का भुगतान किया गया है।

       इसके अलावा साउथ गुजरात विज पावर कंपनी के 3 डीपी स्ट्रक्चर,14 बिजली के खंभे, 10.2 किमी एचटी लाइन और 5.9 किमी लंबी एलटी लाइन के नुकसान के साथ-साथ बिजली कंपनी को कुल 5 लाख रुपए का नुकसान भी बताया गया है। बारिश के बीच दिन-रात बिजलीकर्मियों ने इन बिजली लाइनों की मरम्मत की और कुछ ही घंटों में नियमित बिजली आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया था।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि बारिश के कारण जिले की मुख्य सड़कें अवरुद्ध न हों और यातायात सामान्य रूप से जारी रहे, राज्य सड़क और भवन विभाग ने पूरी सतर्कता दिखाते हुए जिले के सात राज्य राजमार्गों और 22 पुलों पर निरंतर मैन सड़के चालु कराई है। आवश्यक मशीनरी सहित कुल 13 टीमें तैनात की गईं।

बारिश कम होने के बाद जिले में महामारी का प्रकोप न फैले इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक मात्रा में महामारी की दवाएं उपलब्ध रखी हैं। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर तालुका और जिला स्तर तक कुल 14 रैपिड रिस्पांस टीमों को भी अलर्ट मोड में तैनात किया गया है। इसके साथ ही निकटतम प्रसव तिथि वाली गर्भवती माताओं की लाइन लिस्ट भी तैयार कर उनकी जानकारी रखी जा रही है।
साथ ही जिले की आंगनबाड़ियों और स्कूलों में एहतियाती कदम उठाते हुए 45 आपातकालीन मित्र, 263 होम गार्ड और ग्राम रक्षक दल के जवान, 233 पुलिसकर्मी,डीवाईएसपी सहित 13 अन्य पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। और डांग पुलिस एसपी अधिकारी सारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। इस प्रकार, पूरे डांग जिला प्रशासन ने संकट के दौरान बोझ उठाया है और राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार, यहां सार्वजनिक जीवन को पुनर्जीवित करने के लिए संयुक्त प्रयास किए हैं।

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