आहवा तालुका के गोंडलविहिर क्लस्टर में शामिल पीपलघोड़ी गांव में प्राकृतिक कृषि पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

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आहवा तालुका के गोंडलविहिर क्लस्टर में शामिल पीपलघोड़ी गांव में प्राकृतिक कृषि पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

 डांग सूचना ब्यूरो : अहवा: दिनांक। 21: जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा अधिक से अधिक किसानों को जैविक खेती की ओर मोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। 

 राज्यपाल  आचार्य देवव्रत जी के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों में किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने की समझाइश दी जा रही है। देश का पहला जैविक जिला, डांग, जैविक खेती को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक किसानों को जैविक खेती से परिचित कराने के लिए विभिन्न तालुकों के प्रति क्लस्टर किसानों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। 

 12 जुलाई को डांग जिले के गोंडलविहिर क्लस्टर के पीपलघोड़ी गांव में प्राकृतिक कृषि पर एक प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। जिसमें कुल 25 किसानों को प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण दिया गया। 

 इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर प्रकाशभाई,  विजयभाई ने प्राकृतिक खेती के मुख्य पहलुओं जीवामृत, बीजामृत, घन जीवामृत, अच्छादान, वफ्सा, खट्टी छास, गौमूत्र, राख के बारे में बहुत ही गहन जानकारी दी। साथ ही सभी लोगों को जैविक खेती से होने वाले लाभ के बारे में भी जानकारी दी गयी।

 

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