आहवा कस्बे के निवासियों ने खुद झील के चारों ओर सफाई करते हुए झील का मंथन किया और उसमें से अमृत जैसा कुछ निकला।

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आहवा कस्बे के निवासियों ने खुद झील के चारों ओर सफाई करते हुए झील का मंथन किया और उसमें से अमृत जैसा कुछ निकला।

डांग (गुजरात) : दिनांक : २३ जुन २०२४ : डांग के आहवा कस्बे की एकमात्र झील का प्रदूषण पिछले चार-पांच दिनों से विवादों में है,जब आहवा कस्बे के निवासियों ने खुद झील के चारों ओर सफाई करते हुए झील का मंथन किया और उसमें से अमृत जैसा कुछ निकला। जो डांग जिले के लिए शर्म की बात की चर्चा हो रही है वास्तव में ये अमृत नहीं पर गांधी के गुजरात में जहां शराब बंधी है ये गुजरात का पिछड़ा जीला डांग का मुख्यालय आहवा नगर में जैसे शराबबंदी जैसा कुछ प्रोटोकॉल ही नहीं है जहां बडी मात्रा में शराब की खाली बॉटले निकली,हालांकि ये पुरानी बोतलें होगी लेकिन,आहवा की जिन गलियों में ऊबड़-खाबड़ जगहें हैं वहां भी शराब की खाली बोतलें हाल भी दिख जाती हैं,साबित हों रहा है की शराब आहवा नगर में जो बिक रही होगी और बुटलेगरो को पुलिस की कोई डर ही नहीं होगा,ईस बात से आहवा नगरमें हर लोगों के मुंहसे एकही बात चर्चित हों रही है की किया आहवा के स्थानिक पुलिस मथक को ये कुछ ध्यान पर ही नहीं होगा क्या ?. 

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