डांग जिले के उत्तर वन मंडल में शामिल लवचाली रेंज के वन क्षेत्र में वन्य जीवों की सुरक्षा का बड़ा सवाल है।

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डांग जिले के उत्तर वन मंडल में शामिल लवचाली रेंज के वन क्षेत्र में वन्य जीवों की सुरक्षा के सामने शिकार बड़ा सवाल है

 डांग ( गुजरात) : राज्य के छोर पर स्थित डांग जिला वन संसाधनों से घिरा हुआ क्षेत्र है। डांग जिले का उत्तरी क्षेत्र अपने समृद्ध वन संसाधनों और वन्य जीवन के लिए जाना जाता है।

 लेकिन वन विभाग के वनकर्मियों की लापरवाही के कारण अपने वनों और वन्य जीवों के लिए मशहूर उत्तरी वन क्षेत्र में बढ़ती शिकार गतिविधियों के कारण जंगली जानवरों के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो गया है।

 जिसका सटीक और उत्कृष्ट उदाहरण कुछ दिन पहले डांग जिले के उत्तर वन मंडल में शामिल लवचाली रेंज के वन क्षेत्र में देखने को मिला।

 यहां लवचाली रेंज के वन क्षेत्र में शिकार गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय शिकारियों ने जगह-जगह जाल बिछाए थे. इस जाल में एक तेंदुआ भी फंस गया था.

यहां लवचाली रेंज की आरएफओ अर्चना हिरे और उनके वनकर्मियों की टीम तेंदुए को पकड़ने की घटना में सोती हुई फंस गई। राज्य सरकार डांग जिले में वन संसाधनों और वन्य जीवन की सुरक्षा और प्रजनन के लिए हर साल करोड़ों रुपये का अनुदान आवंटित करती है।

 लेकिन वन विभाग द्वारा वन्य जीवों के लिए दिए जाने वाले अनुदान को लागू करने की बजाय वन्य जीवों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।और दो-तीन दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, लेकिन ये कहें कि उत्तर वन मंडल के लवचाली रेंज की आरएफओ अर्चना हिरे की लापरवाही के कारण वन क्षेत्र में शिकार की गतिविधियां फल-फूल रही हैं। डांग जिले के लवचाली रेंज के आरएफओ अर्चनाबेन हिरे के बारे में ये भी लोगों में चर्चा हो रही है की वन क्षेत्र का दौरा तक नहीं किया है और सघन गश्त के साथ-साथ अवैध शिकार भी तेज हो गया है। डांग जिले के उत्तर वन प्रभाग में शामिल लवचाली रेंज का वन क्षेत्र लापरवाह से भरा लापरवाह है। और ये भी चर्चा है की रोजिंदा वाले वन गार्ड मजदूरों का रेग्युलर वेतन न मिलने के कारण यह दिन-ब-दिन खोखला होता जा रहा है। इसलिए राज्य सरकार के लिए यह जरूरी हो गया है कि ऐसे लापरवाह कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये अन्यथा आने वाले दिनों में लवचाली रेंज का वन क्षेत्र बंजर हो जायेगा और इसमें रहने वाले वन्य जीव विलुप्त हो जायेंगे। ईस बार में एक जागरुक नागरिक ने गांधी नगर के उच्च अफसरों को भी ध्यान दोरने की ताज़वीज शुरू की है।

 

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