डांग जिला शिक्षा अधिकरी जिग्नेश त्रिवेदी द्वारा आचार संहिता में बेतहाशा भ्रष्टाचार का आरोप के साथ उच्च स्तरीय शिकायत।

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डांग जिला शिक्षा अधिकारी और प्राथमिक शिक्षा अधिकारी द्वारा आचार संहिता में बेतहाशा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय शिकायत।

 डांग (गुजरात) : एक सतर्क याचिकाकर्ता द्वारा राज्यपाल को पत्र लिखकर आरोप लगाए जाने के बाद हंगामा मच गया है कि डांग जिला शिक्षा अधिकारी और प्राथमिक शिक्षा अधिकारी के रूप में कार्य करने वाले जिग्नेश त्रिवेदी द्वारा आचार संहिता में बेखौफ भ्रष्टाचार के कारण चुनाव प्रक्रिया खतरे में पड़ रही है।

साथ ही इस घोटालेबाज शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की गई है. डांग जिला एक आदिवासी बस्ती क्षेत्र है। इसलिए राज्य सरकार और केंद्र द्वारा करोड़ों रुपये का अनुदान आवंटित किया जाता है लेकिन जब से डांग जिले में जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में जिग्नेशभाई त्रिवेदी की नियुक्ति हुई है।तब से यह आरोप लगने लगे हैं कि जिले में शिक्षा की विकास योजनाएं केवल कागजों पर हैं।जैसे डांग जिला शिक्षा अधिकारी और प्राथमिक शिक्षा। आचार संहिता में अधिकारी के पद पर कार्यरत जिग्नेश त्रिवेदी ने ठेकेदारों को धमकाया और कहा कि वे अपने क्वार्टरों की मरम्मत कर बिलों पर बिना प्रतिशत लिए कोई हस्ताक्षर नही करते है।और आरोप लगाया कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है ने विस्तार से बताया है कि वर्तमान में डांग जिले में करोड़ों रुपए की लागत से कई स्कूलों के कमरों का निर्माण कार्य चल रहा है।यहां तक कि कमरे के निर्माण कार्य में भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया है इसके अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारी जिग्नेश त्रिवेदी केवल दो माह में गरीब आदिवासी बच्चों के विकास अनुदान से लाखों रुपये का कुछ ने कुछ प्रतिशत निकालने का भी आरोप है।और अपना आर्थिक हित साध कर अपना विकास कर रहे हैं।जिसकी आलोचना की शाब्दिक तस्वीरें राज्य शिक्षा संघ में भी घूम रही हैं।साथ ही डांग जिले में चल रहे मौसमी शिझनल छात्रावास सहित कई योजनाओं में शिक्षा अधिकारी 10 प्रतिशत की उगाही कर अपनी जेबें भरने का काम कर रहे हैं। ऐसे आरोपों भी याचिका कर्ता ने लगाया है। साथ ही साथ डांग जिले के भ्रष्ट जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षा की हर योजना में भारी प्रतिशत वसूल रहे हैं। और शिक्षकों में भी इन बातों का विरोध हो रहा है। शिक्षकों और ठेकेदारों को ये भी धमकी रूप बताया जा रहा है कि भाजपा और शिक्षकों मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएगी आवाज उठाओ तो करियर खत्म कर देने की धमकी डांग जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दी जाती है।शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जिले के शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इसके अलावा, यदि ठेकेदार या शिक्षक प्रतिशत देने से इनकार करते हैं, तो शिक्षा अधिकारी द्वारा अप्रत्यक्ष धमकी दी जाती है। शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि उन्होंने महज दो माह में ही सरकारी लाखों रुपये खर्च कर खुद के लिए नई नकोर चार पहिया गाड़ी खरीद ली है।साथ ही डांग जिला शिक्षा अधिकारी चुनाव की आचार संहिता में कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं, ऐसे में अगर इस घोटालेबाज अधिकारी को तुरंत नहीं बदला गया तो वलसाड डांग लोकसभा के चुनाव के नतीजे भी प्रभावित होंगे।आने वाले दिनों में इस घोटालेबाज अधिकारी को तुरंत बदला जाए।इसको लेकर याचिकाकर्ता द्वारा राज्यपाल समेत उच्च स्तर पर लिखित शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा मचा हुआ है।

 यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि राज्य सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी या फिर यह घोटाला करने वाला अधिकारी को बचाया जाएगा।

 

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