सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी द्वारा विभिन्न स्थानों पर बनाई गई बस्तियों में से 80 बस्तियों को मूल गांव में मिला दिया जाएगा।

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सरदार सरोवर बांध के निर्माण से डूबी जमीन पर कब्जा करने वालों के पुनर्वास के लिए बनाई गई बस्तियों को उनके मूल गांव में मिला दिया जाएगा। 

 मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल का महत्वपूर्ण निर्णय

 सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी द्वारा विभिन्न स्थानों पर बनाई गई बस्तियों में से 80 बस्तियों को मूल गांव में मिला दिया जाएगा।

 6 जिलों भरूच-नर्मदा-छोटाउदेपुर-वडोदरा-खेड़ा और पंचमहल में 80 बस्तियों का समावे

 सूचना ब्यूरो तापी (गुजरात): दीनाक : १८: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सरदार सरोवर बांध के निर्माण के कारण जलमग्न भूमि के भूमि मालिकों के पुनर्वास के लिए बनाई गई लगभग 80 बस्तियों को उनके नजदीकी पैतृक गांव में विलय करने का निर्णय लिया है।                      सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी द्वारा उन अतिक्रमणकारियों के पुनर्वास के लिए विभिन्न स्थानों पर बस्तियों का निर्माण किया गया है जिनकी भूमि सरदार सरोवर बांध के निर्माण के कारण डूब गई है।    नर्मदा योजना से प्रभावित लोगों का पुनर्वास कर स्थापित की गई ऐसी बस्तियों में प्रभावित लोगों के लिए आवासीय मकान, पेयजल सुविधाएं, सड़कें, सामान्य भूखंड, स्कूल, अस्पताल आदि भौतिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं।  ऐसी बस्तियों को उनके निकटतम पैतृक गांव में मिलाने के संबंध में राज्य पंचायत ग्राम आवास एवं ग्राम विकास विभाग को प्राप्त अभ्यावेदन को मुख्यमंत्री  भूपेन्द्र पटेल ने मंजूरी दे दी है।     मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के इस फैसले से ऐसी कॉलोनियों को लेकर लंबित मामला सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझ गया है.              मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा किये गये इस निर्णय के अनुसार भरूच जिले के 9, छोटाउदेपुर जिले के 14, नर्मदा के 13, वडोदरा के 38, पंचमहाल के 5 और खेड़ा के 1 गांव को मूल गांव में मिला दिया जायेगा.  जैसे ही ये बस्तियाँ मूल गाँव में विलीन हो जाएंगी, उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं से लाभ होगा। इतना ही नहीं, ग्राम पंचायत की निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर और उन ग्राम पंचायतों के एकीकरण से सामाजिक रीति-रिवाजों, प्रथाओं में अधिक समन्वय और बातचीत भी होगी।

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